लेखनी प्रतियोगिता -14-Mar-2022
मां तु कया हैं मेरे लिए समझा नहीं पाती हु
तुझसे ही तो मेरा वजूद हैं
तु मेरी जिदंगी हैं तु ही खुदा हैं
मां तु...................
तेरे गुस्से मे भी प्यार है
तेरे डाट मे भी लाड़ हैं
तेरी मार मे भी जीवन का सार हैं
मां तु............
तेरा हर वक्त समझाना
तेरी हर बात पर फिक्र करना
तेरी हर वक्त मेरी खबर रखना
जानती हु मेरे प्रति तेरा प्यार है
मां तु........
तेरा गलत बात पर टोकना
सही बात समझाना
गलत करने पर डाट लगाना
जानती हू मेरी प्रति प्यार हैं
मां तु.......
तु चिंता ना कर बडी हो गई
सही गलत समझने लगी हु
दुसरो के साथ साथ अपना ख्याल रखने लग हु
तेरी ही तरह बने मे लगी हु
सच मां तु........
अब खुद ही एक बेटीकी मां बन गई हु
तेरे डर को समझने लगी हु
रे सोच को जाने लगी हु
पहले से भी ज्यादा तेरा सम्मान करने लगी हु
तेरे प्रति अपने प्रेम को बता नही पाती हु
सच मां तु क्या हैं मेरे लिए समझा नहीं} पाती हू
........... D. M.
Shrishti pandey
15-Mar-2022 06:01 PM
Nice
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Seema Priyadarshini sahay
15-Mar-2022 05:52 PM
बहुत खूबसूरत भाग
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Punam verma
15-Mar-2022 09:16 AM
Nice
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